NMH NEWS नीमच। मध्यप्रदेश के नीमच जिले का नयागांव कभी आरटीओ बैरियर के लिए प्रसिद्ध था। यहां अक्सर अवैध गतिविधियां होती थी, लेकिन जब से बैरियर पर मोहन सरकार ने ताले लगवाए है, तब से यह कम ही सुर्खियों में था, लेकिन एक बार फिर नयागांव सुर्खियों में है। इस बार बैरियर को लेकर नहीं है। एक अदनेसे आरक्षक को लेकर नयागांव चर्चित है। नयागांव चौकी पर पदस्थ एक अदनासा आरक्षक अपने आपकों किसी थानेदार से कम नहीं समझता। आरक्षक का पावर इतना है कि इसके आगे पुलिस अधिकारी भी बोने है। इस आरक्षक का दावा है कि वह नीमच की मीडिया को अपनी जेब में रखता है। समय आने पर वह पूरे नीमच जगत की मीडिया को बदनाम करने की हिम्मत भी रखता है। ऐसा हमारा नहीं स्वयं आरक्षक का ही कहना है।
दरअसल नयागांव चौकी पर पदस्थ महेश नामक आरक्षक ने शनिवार रात जमकर बवाल काटा। उसने न सिर्फ पुलिस की साख को बट्टा लगाया अपितू पत्रकार जगत की पोल खोल कर रख दी। शनिवार रात यह आरक्षक एक व्हाटसएप ग्रुप में इस कदर बिफरा कि उसने नीमच के नामी मीडियाकर्मियों की इमानदारी को कटघरे में खड़ा कर दिया। उसने ग्रुप में डंके की चोट पर लिखा कि नीमच की मीडिया जगत को वह मासिक बंदी बांटता है। उसने बकायदा बंदी लेने वालों की लिस्ट बना रखी हैं, अगर उसका बस चले तो वह सभी को बदनाम भी कर सकता है। बेकाबू आरक्षक ने सभी पुलिसियां मर्यादाएं लांघ दी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस तरह की मानसीकता वाला आरक्षक नयागांव चौकी पर बीते 7 साल से अधिक समय से पदस्थ है। अगर इसकी तह में जाकर जांच की जाए, तो कई राज खुल सकते है। खैर जो भी हुआ वह ठीक नहीं हुआ, इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर एक अदने आरक्षक में इतनी हिम्मत आई कैसे? कि वह खुले आम पत्रकारों को रुपए देने की बात कह रहा है। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि आखिर वह किस बात के रुपए बांटता है? और किस-किस को बांटता है? ऐसे उसकी बात तो इसी झूठी साबित हो रही हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि आरक्षक पर किस प्रकार की कार्रवाई होगी?