NMH NEWS नीमच। शहर के समीपस्थ ग्राम कनावटी के ग्रामीणों ने मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर एक ज्ञापन तहसीलदार को दिया है। जिसमें ग्राम कनावटी के महू-नसीराबाद रोड स्थित देवनारायण मंदिर के पीछे की ओर शासकीय जमीन को अवैध रूप से किए गए कब्जे से मुक्त कराने की मांग की गई। ज्ञापन तहसीलदार संजय मालवी को दिया गया। जिसमें बताया कि कनावटी के गांव जमीन सर्वे नंबर 225 रकबा 0.063 आरी पर विमल पिता सागरमल मोगरा ने पूरी तरह कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया है। वर्तमान में वहां पर निर्माण कार्य भी चला रहा है। देवनारायण मंदिर के आसपास की भूमि को हथियाने का षड्यंत्र किया जा रहा है। विमल मोगरा सरकारी जमीन को अपना बताता रहा है। पूर्व में इस भूमि को लेकर ग्रामवासियों से विवाद हुए लेकिन वह बार-बार कब्जा कर ग्रामवासियों से विवाद करता है। जमीन का नजरी नक्शा बनवाने में सांठ-गांठ की है। ज्ञापन में बताया कि सर्वे नंबर 225 रकबा 0.063 आरी भूमि विमल मोगरा की भूमि होना दर्शाया रहा है, जबकि कनावटी एक नक्शा विहीन गांव है। इस तरह नक्शा बनाकर देना व हस्ताक्षर करके सील लगाना न्यायोचित नहीं है। शासकीय नंबर को निजी बताना एक तरह का अपराध है। सिर्फ नक्शे के आधार पर विमल मोगरा ने जेसीबी चला कर वहा तोड़फोड़ की। कुछ हिस्से में एक चद्दर शेड लगा दिया। इससे पहले अपर कलेक्टर नेहा मीना ने शिकायत मिलने पर कार्रवाई करके जांच की थी। उस समय वहां पर सारा काम रुकवा कर सर्वे नंबर 225 को खाली छोड़ दिया था, लेकिन वर्तमान में सारी बात ठंडी होने के बाद अब आनन-फानन में वापस काम शुरू कर दिया है। ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने मांग की है कि नकलविहीन गांव का नक्शा बनाकर दिया वह गलत है। उसे निरस्त किया जाए।
सभी ग्रामवासी ने मांग की है कि यह शासकीय भूमि भविष्य में गांव के हित के लिए व शासन की किसी योजना के लिए काम में ली जाए, न कि किसी भूमाफिया को दी जा
ए।